निदेशक मंडल

स्थापना के बाद से ही एक्ज़िम बैंक का नेतृत्व करने वाली शख्सियतों ने हमारे अनूठे दृष्टिकोण और अनुभव को समृद्ध बनाने वाली नीतियों को लागू किया है| उन्होंने मार्गदर्शक के रूप में हमें आगे बढ़ाया है और आज भी भविष्य का रास्ता दिखा रहे हैं|

भारत सरकार का प्रतिनिधित्व करने वाले निदेशक

अन्य संस्थाओं और वाणिज्यिक बैंकों से निदेशक

भारत सरकार का प्रतिनिधित्व करने वाले निदेशक

श्री दम्मू रवि

सचिव (ईआर)

विदेश मंत्रालय

श्री दम्मू रवि ने 1989 में भारतीय विदेश सेवा में अपना पदभार ग्रहण किया। आपने वर्ष 1991 से 2001 तक मेक्सिको, क्यूबा, ब्रसेल्स स्थित भारतीय मिशनों में विभिन्न पदों पर रहते हुए कार्य किया। आपने 2001 से 2006 तक विदेश मंत्रालय के मुख्यालय में पश्चिम यूरोप और संयुक्त राष्ट्र प्रभागों में उप सचिव/निदेशक के रूप में कार्य किया है। आपने मार्च 2006 से मई 2009 तक पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री के निजी सचिव के रूप में कार्य किया है। आप अक्टूबर 2009 से दिसंबर 2013 तक लैटिन अमेरिका और कैरिबियाई देशों के साथ भारतीय संबंधों का कार्यभार संभालते हुए विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव रहे।

आपने जनवरी 2014 से फरवरी 2020 तक वाणिज्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव के रूप में कार्य किया, जहां आपने व्यापार संबंधी विवादों, एनएएमए, मत्स्यपालन वार्ताओं, व्यापार नीति संबंधी समीक्षा आदि जैसे डब्ल्यूटीओ से जुड़े विषयों सहित भारत की व्यापार नीति का उत्तरदायित्व संभाला। आप नवंबर 2015 में नैरोबी (एमसी X) और दिसंबर 2017 में ब्यूनस आयर्स (एमसी X) में होने वाले डब्ल्यूटीओ मंत्रिस्तरीय सम्मेलन में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा रहे। आपने जी20, ब्रिक्स, राष्ट्रमंडल, एससीओ, एपेक, आईओआरए, एएसईएम, अंकटाड आदि जैसे क्षेत्रीय समूहों के साथ भारत के व्यापार तथा निवेश संबंधों का उत्तरदायित्व भी संभाला है। आप वृहद् क्षेत्रीय मुक्त व्यापार समझौते 'क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी (आरसीईपी)' में भारत के मुख्य वार्ताकार भी रहे हैं।

मार्च 2020 में विदेश मंत्रालय में वापसी पर आपको अपर सचिव (कोविड और यूरोप) के पद पर नियुक्त किया गया।
वर्तमान में, आप विदेश मंत्रालय में सचिव (आर्थिक संबंध) हैं।

आपने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, दिल्ली से राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त की है। व्यापार संबंधी मामलों पर आपके शोध-पत्र प्रकाशित हैं:
(i) भारतीय निर्यातों का मानकीकरण,
(ii) भारतीय कृषि बाजारों का उदारीकरण
श्री दम्मू रवि शादीशुदा हैं और आपकी एक बेटी है।

भारत सरकार का प्रतिनिधित्व करने वाले निदेशक

सुश्री हिमानी पांडे

अपर सचिव

उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्‍यापार, विभाग वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय

सुश्री हिमानी पांडे, उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग की अपर सचिव हैं। आप बौद्धिक संपदा, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश, सरकारी खरीद और अंतरराष्‍ट्रीय व्यापार करार प्रभाग संभाल रहीं हैं। आपने ‘लंदन स्कूल ऑफ इकनॉमिक्स एंड पॉलिटिकल साइंस’ से सार्वजनिक प्रबंधन और गवर्नैंस में विज्ञान में मास्टर डिग्री हासिल की है।

1998 बैच की आईएएस अधिकारी सुश्री पांडे झारखंड राज्य में कार्यान्वयन के साथ-साथ सार्वजनिक नीति नियोजन में विभिन्‍न कार्यभार संभाल चुकी हैं।

आप प्रकृति प्रेमी हैं और ट्रेकिंग करना आपको पसंद है।

भारत सरकार का प्रतिनिधित्व करने वाले निदेशक

श्री सिद्धार्थ महाजन

संयुक्त सचिव

वाणिज्य विभाग, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय

सिद्धार्थ महाजन, आईएएस (आरजेः2003) का संक्षिप्त प्रोफाइल

श्री सिद्धार्थ महाजन, आईएएस, भारतीय प्रशासनिक सेवा के 2003 बैच के अधिकारी हैं। दो दशक के अपने करियर के दौरान श्री महाजन ने विभिन्‍न पदों पर रहते हुए अनेक कार्यभार संभाले हैं। आप राजस्थान सरकार में निवेश संवर्धन, योजना, स्थानीय स्वायत्त शासन, वित्त, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, उपभोक्ता मामले, पंचायती राज, चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, आपदा प्रबंधन सहायता एवं नागरिक सुरक्षा आदि जैसे क्षेत्रों में विभिन्‍न पदों पर कार्यरत रहे हैं। वाणिज्य विभाग, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार में नियुक्ति से पहले आपको कुछ समय के लिए लोकसभा सचिवालय में संयुक्त सचिव के रूप में काम करने का अनुभव है।

श्री महाजन जनवरी, 2012 से राजस्थान राज्य के सार्वजनिक क्षेत्र के विभिन्‍न उद्यमों के बोर्डों में निदेशक के रूप में काम कर चुके हैं। इनमें विद्युत, वित्त, शहरी परिवहन, स्मार्ट सिटी, औद्योगिक विकास, अक्षय ऊर्जा, पर्यटन और लघु उद्योग तथा स्वास्थ्य जैसे क्षेत्र शामिल है। आपको राजस्थान राज्य औद्योगिक विकास और निवेश निगम लिमिटेड, राजस्थान राज्य विद्युत वित्त और वित्तीय सेवा निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक के रूप में कार्य करने का अनुभव है। राजस्थान चिकित्सा सेवा निगम लिमिटेड के अध्यक्ष के रूप काम करने का अनुभव भी है।

श्री महाजन वर्तमान में वाणिज्य विभाग, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार में कार्यरत हैं। यहां आप व्यापार वित्त, विदेश व्यापार (आसियान), निर्यात संवर्धन (रत्‍न और आभूषण), किम्बर्ले प्रोसेस, एक्जिम बैंक के साथ-साथ आसियान-भारत व्यापार वार्ता, विदेश व्यापार (दक्षिण एशिया/सार्क/ईरान), आदि पोर्टफोलियो संभाल रहे हैं।

श्री महाजन विधि स्‍नातक हैं और उनके पास अर्थशास्‍त्र में स्‍नातक हैं।

भारत सरकार का प्रतिनिधित्व करने वाले निदेशक

सुश्री अपर्णा भाटिया

सलाहकार

आर्थिक कार्य विभाग, वित्त मंत्रालय, भारत सरकार

सुश्री अपर्णा भाटिया, आर्थिक कार्य विभाग, वित्त मंत्रालय, भारत सरकार में सलाहकार हैं और द्विपक्षीय सहयोग तथा सिक्का और मुद्रा एवं प्रशासन तथा समन्वय संबंधी कामकाज संभालती हैं।

सुश्री अपर्णा भाटिया भारतीय आर्थिक सेवा की 1996 बैच की अधिकारी हैं।

इससे पहले आपको आर्थिक कार्य विभाग, वित्त मंत्रालय में अंतरराष्‍ट्रीय आर्थिक संबंध सलाहकार के रूप में कार्य का अनुभव रहा है और सार्क विकास कोष में निदेशक के रूप में आप भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। साथ ही, आप भारत के जी20 शेरपा की साओ-शेरपा रही हैं और फायनैंस डेप्यूटी की डेप्यूटी भी रही हैं। इस भूमिका में आपने ओईसीडी, ब्रिक्स, फायनैंस ट्रैक, आसियान आदि से संबंधित सभी मामले संभाले हैं।

सुश्री भाटिया इससे पहले, आर्थिक कार्य विभाग में निदेशक (बहुपक्षीय संस्थान) के रूप में सेवारत रही हैं और आपने अंतरराष्‍ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ), अंतरराष्‍ट्रीय वित्त निगम (आईएफसी), न्यू डेवलपमेंट बैंक और विश्‍व बैंक (वित्त, अवसंरचना और आपदा राहत परियोजनाएं) संबंधी उत्तरदायित्व संभाले हैं। आपने न्यू डेवलपमेंट बैंक में भारत के निदेशक की सलाहकार के रूप में भी काम किया है। आपने नई दिल्ली में आईएमएफ के एसएआरटीटीएसी- दक्षिण एशिया क्षेत्रीय प्रशिक्षण एवं तकनीकी सहायता केंद्र की स्थापना में भी अहम भूमिका निभाई है।

आप आर्थिक कार्य विभाग के सार्वजनिक निजी साझेदारी (पीपीपी) प्रकोष्‍ठ की छह साल तक प्रमुख रही हैं और यह वह समय रहा, जिस दौरान भारत में विभिन्‍न क्षेत्रों और राज्यों में पीपीपी परियोजनाएं अपने सर्वोच्च स्तर पर रही।

सुश्री भाटिया पांच वर्षों के लिए नागालैंड सरकार की विशेष कार्याधिकारी के रूप में भी पदस्थ रहीं, जहां आपने राज्य में बाह्य सहायता प्राप्त परियोजनाओं, शहरी विकास, स्व-रोजगार के लिए कौशल विकास, आयोजना, अर्थशास्‍त्र और सांख्यिकी तथा मूल्यांकन जैसे कार्यभार संभाले।

सुश्री भाटिया ने नागालैंड राज्य मानव विकास रिपोर्ट लिखी है, पीपीपी परियोजनाओं के लिए वेबसाइटें डिज़ाइन की हैं, पीपीपी नीतियां और ऑनलाइन पीपीपी टूलकिट तैयार की हैं। इसके अलावा, आपने भारत में पीपीपी पर करीब तीस दस्तावेज तैयार करने वाली टीम का नेतृत्व किया है- जिनमें पीपीपी कार्यक्रम, सड़कों, जल आपूर्ति, शहरी परिवहन, स्वास्थ्य एवं शिक्षा के संबंध में सर्वश्रेष्‍ठ कार्य पद्धतियों से संबंधित दस्तावेज तथा पीपीपी में केस स्टडी जैसे दस्तावेज शामिल रहे हैं।

भारत सरकार का प्रतिनिधित्व करने वाले निदेशक

डॉ. अभिजीत फुकोन

आर्थिक सलाहकार

वित्तीय सेवाएं विभाग, वित्त मंत्रालय

डॉ. अभिजीत फुकोन के भारतीय आर्थिक सेवा (IES 2004 बैच) के अधिकारी हैं। वर्तमान में आप वित्त मंत्रालय, भारत सरकार के वित्तीय सेवाएं विभाग (DFS) में आर्थिक सलाहकार तथा मुख्य सूचना सुरक्षा अधिकारी (सिसो) के रूप में कार्यरत हैं।

आप वित्त में पीएचडी और अर्थशास्‍त्र में स्‍नातकोत्तर हैं। आपने मानव संसाधन विकास और मार्केटिंग में पोस्ट-ग्रेजुएट डिप्लोमा भी किया है। अर्थशास्‍त्र, प्रबंधन एवं वित्त से संबंधित विभिन्‍न विषयों पर अंतरराष्‍ट्रीय स्तर पर लब्धप्रतिष्‍ठ जर्नलों में आपके कई शोध पत्र प्रकाशित हुए हैं।

आपको शैक्षणिक, अनुसंधान और लोक नीति में विभिन्‍न विभागों में गवर्नैंस का बीस वर्षों से अधिक का अनुभव है। आपको संपोषी वित्त/सीएसआर/सतत विकास लक्ष्यों/पर्यावरणीय, सस्टैनेबिलिटी और गवर्नैंस, कॉर्पोरेट गवर्नैंस, विनियामकीय एवं अनुपालन, ऊर्जा एवं विद्युत क्षेत्र, इन्फ्रास्ट्रक्चर एवं सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी), अंतरराष्‍ट्रीय व्यापार आदि में विशद अनुभव और विशेषज्ञता है।

आप वित्त मंत्रालय, कॉर्पोरेट कार्य मंत्रालय, विद्युत मंत्रालय, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय में सचिव सहित विभिन्‍न पदों पर रहे हैं। इसके अलावा, आप राष्‍ट्रीय वित्तीय रिपोर्टिंग प्राधिकरण (एनएफआरए) में भी सेवारत रहे हैं। सरकारी सेवा में रहते हुए आप आर्थिक और सामाजिक क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर सुधार और नीतिगत फ्रेमवर्कों के अगुआ रहे हैं।

अन्य संस्थाओं और वाणिज्यिक बैंकों से निदेशक

श्री सृष्‍टिराज अम्बष्‍ठ

कार्यपालक निदेशक-पॉलिसी मामले अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक (अतिरिक्त प्रभार)

ईसीजीसी लिमिटेड

श्री सृष्‍टिराज अम्बष्‍ठ ईसीजीसी लिमिटेड के कार्यपालक निदेशक हैं और अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक का अतिरिक्त प्रभार भी संभाल रहे हैं। आप ईसीजीसी लिमिटेड के बोर्ड में पूर्णकालिक निदेशक होने के साथ-साथ परियोजना निर्यातों को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार द्वारा स्थापित राष्‍ट्रीय निर्यात बीमा खाता (एनईआईए) के प्रबंध ट्रस्टी भी हैं।

आपने 1995 में परिवीक्षा अधिकारी के रूप में ईसीजीसी जॉइन किया था और आप मुरादाबाद, जोधपुर एवं मुंबई बैंक व्यवसाय शाखा कार्यालयों के प्रमुख रहे हैं। आप नई दिल्ली में ईसीजीसी के उत्तरी क्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक भी रहे हैं।

भारत की प्रमुख निर्यात ऋण एजेंसी, ईसीजीसी में आपको 28 वर्षों का अनुभव है। अल्पावधि और मध्यम तथा दीर्घावधि के व्यवसायों से लेकर उत्पाद और नीति निर्माण, मार्केटिंग, लेखा परीक्षा और अनुपालन, मुख्य सतर्कता अधिकारी, मानव संसाधन विकास, प्रशिक्षण, हामीदारी अंकन (अंडरराइटिंग) पद्धतियों और मॉडलों तथा अंतरराष्‍ट्रीय संबंधों में आपका विशद अनुभव है।

आपने विभिन्‍न अंतरराष्‍ट्रीय मंचों पर कंपनी का प्रतिनिधित्व किया है। आप भारत तथा विदेश, दोनों में, बहुत से राष्‍ट्रीय एवं अंतरराष्‍ट्रीय सम्मेलनों में वक्ता के रूप में शामिल हुए हैं।

आप राजनीति शास्‍त्र में स्‍नातकोत्तर हैं। आप मार्केटिंग में एमबीए हैं और आपने मानव संसाधन विकास में पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा भी किया है।

अन्य संस्थाओं और वाणिज्यिक बैंकों से निदेशक

श्री राकेश शर्मा

प्रबंध निदेशक और सीईओ

आईडीबीआई बैंक लिमिटेड

श्री राकेश शर्मा आईडीबीआई बैंक लिमिटेड के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी हैं। इससे पहले आप केनरा बैंक तथा लक्ष्मी विलास बैंक में प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी के रूप में कार्यरत थे। केनरा बैंक में कार्यरत रहते हुए आप केनरा बैंक की समूह कंपनियों में अध्यक्ष के पद पर भी रहे।

2014 में लक्ष्मी विलास बैंक में कार्यभार ग्रहण करने से पहले श्री शर्मा भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) में मुख्य महाप्रबंधक के पद पर कार्यरत थे। आपको एसबीआई में 33 वर्ष से अधिक का अनुभव रहा है। वहां आप आंध्र प्रदेश क्षेत्र में मिड कॉर्पोरेट खातों के प्रमुख रहे हैं। इसके अलावा, आपने राजस्थान, उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में रिटेल परिचालनों के पर्यवेक्षण, अंतरराष्ट्रीय बैंकिंग समूह में बैंकिंग परिचालन, विशेषीकृत शाखाओं / प्रशासनिक कार्यालयों आदि में क्रेडिट असाइनमेंट जैसे महत्त्वपूर्ण कार्यभार भी संभाले हैं।

श्री राकेश शर्मा अर्थशास्त्र में पोस्ट ग्रैजुएट और सीएआईआईबी हैं।

अन्य संस्थाओं और वाणिज्यिक बैंकों से निदेशक

SHRI CHALLA SREENIVASULU SETTY

Chairman

State Bank Of India

Challa Sreenivasulu Setty took over charge as Chairman on 28 August 2024. He joined the Board of SBI as Managing Director in January 2020 and headed Retail & Digital Banking vertical from year 2020 till 2022 and International Banking, Global Markets & Technology portfolio of the Bank thereafter. He has also been heading various task forces/committees formed by the Government of India.

A Bachelor of Science in Agriculture and also, a Certified Associate of Indian Institute of Bankers, he started his career with State Bank of India in 1988 as a Probationary Officer. Across a career spanning over three decades, he has rich experience in Corporate credit, Retail, Digital and International banking and banking in developed markets. Shri Setty has held key assignments in State Bank of India in Stressed Assets Management, Corporate banking, Mid-Corporate banking, global markets, technology and Syndications both in India and abroad.

अन्य संस्थाओं और वाणिज्यिक बैंकों से निदेशक

श्री एम. वी. राव

प्रबंध निदेशक और सीईओ

सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया

Shri M.V. Rao is the Managing Director & CEO of Central Bank of India since 1st March, 2021. Before assuming charge of the current position, Shri Rao served as Executive Director of Canara Bank for over three years.

A seasoned banker, Shri Rao is a Post Graduate in Agriculture and began his professional career with erstwhile Allahabad Bank (now Indian Bank) in the year 1988. With over three and a half decades of experience in leadership roles, Shri Rao’s expertise extends to all facets of banking, including Corporate Credit, Retail Assets, Treasury Management, Human Resources, Credit Policy & Monitoring, Stressed Assets Management, Digital Banking, Risk Management, Business Process Transformation etc.

As Executive Director, Shri Rao oversaw the smooth merger of Syndicate Bank with Canara Bank.

Shri Rao is credited with bringing about a turnaround in the performance of Central Bank of India which has now ushered in an era of sustained profitability after incurring losses continuously for six years. Under his leadership, the Bank has made rapid strides not only in business expansion but also in terms of qualitative improvement in its assets portfolio. Having initiated key futuristic initiatives, the Bank is now on the verge of a complete transformation to emerge as a leading player in the banking sector.

Shri Rao is a Director on the Board of United India Insurance Co. Ltd. besides Export Import Bank of India (Exim Bank). In addition, he is also Chairman of Institute of Banking Personnel Selection (IBPS), Mumbai, Vice Chairman of Institute of Banking & Finance (IIBF), Mumbai and a Member on the Governing Board of Indian Institute of Bank Management, Guwahati.

Besides the above, Shri Rao is also a Member of different committees formed by Reserve Bank of India and Indian Banks’ Association.

अन्य संस्थाओं और वाणिज्यिक बैंकों से निदेशक

श्री अश्‍वनी कुमार

प्रबंध निदेशक और सीईओ

यूको बैंक

श्री अश्‍वनी कुमार चार्टर्ड अकाउंटैंट और वाणिज्य में स्‍नातकोत्तर हैं। आप इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ बैंकिंग एंड फायनैंस के प्रमाणित सदस्य भी हैं। आपको दो दशक से अधिक का अनुभव है।
श्री अश्‍वनी कुमार सार्वजनिक क्षेत्रों के विभिन्‍न बैंकों में कार्यरत रहे हैं। आपको बैंक ऑफ बड़ौदा, कॉर्पोरेशन बैंक, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स, पंजाब नैशनल बैंक और इंडियन बैंक जैसी संस्थाओं में काम करने का अनुभव है। आपको होलसेल बैंकिंग डिविजन का भी अनुभव है। आप औद्योगिक वित्त शाखाओं और बड़ी कॉर्पोरेट शाखाओं सहित अन्य शाखाओं के प्रमुख भी रहे हैं। महाप्रबंधक के रूप में आप मिड कॉर्पोरेट और लार्ज कॉर्पोरेट वर्टिकल के प्रमुख रहे हैं। क्षेत्रीय प्रबंधक के रूप में आपने विभिन्‍न क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व किया है। आप मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) भी रहे है।
आप उत्साही शिक्षार्थी हैं। आपने आईआईएम और सीएएफआरएएल सहित भारत और विदेशों के प्रमुख संस्थानों में आयोजित विभिन्‍न प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भाग लिया है। आपने आईबीए और इगॉन जेन्डर इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड के परामर्श से बैंक बोर्ड ब्यूरो द्वारा परिचालित आईआईएम बैंगलोर का लीडरशीप डेवलपमेंट प्रोग्राम भी किया है।
यूको बैंक में प्रबंध निदेशक और सीईओ के रूप में पद भार ग्रहण करने से पहले आप इंडियन बैंक के कार्यपालक निदेशक रहे हैं।

अन्य संस्थाओं और वाणिज्यिक बैंकों से निदेशक

श्री अशोक कुमार गुप्ता

गैर सरकारी निदेशक

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श्री अशोक कुमार गुप्ता कर परामर्शदाता और ए.के. गुप्ता एंड कं. के प्रॉप्राइटर हैं। आपको कर एवं विनियामकीय क्षेत्रों में लगभग 34 वर्षों से भी अधिक का अनुभव है। साथ ही आपको कर आयोजना, कानूनी सहयोग, सम्यक् जांच, फेमा और अन्य कर कानूनों में विशेषज्ञता प्राप्त है। आपने सेंट ज़ेवियर्स कॉलेज से वाणिज्य में स्नातक की और कलकत्ता विश्‍वविद्यालय से कानून की डिग्री ली है। श्री गुप्ता डायरेक्ट टैक्सेज़ प्रफेशनल्स एसोसिएशन के आजीवन सदस्य हैं। आपको किताबें और समसामयिक पत्रिकाएं पढ़ने के साथ-साथ क्रिकेट और फुटबॉल खेलना पसंद है।

पूर्णकालिक निदेशक

प्रबंध निदेशक एक्ज़िम बैंक

सुश्री हर्षा बंगारी

प्रबंध निदेशक

सुश्री हर्षा बंगारी बैंक की प्रबंध निदेशक हैं। इससे पहले वे एक्ज़िम बैंक की उप प्रबंध निदेशक एवं मुख्य वित्तीय अधिकारी के रूप में कार्यरत थीं। उन्होंने 1995 में एक्ज़िम बैंक जॉइन किया था। सुश्री बंगारी अनुभवी फायनैंस प्रोफेशनल हैं और उन्हें वित्तीय क्षेत्र में 25 वर्ष से अधिक का अनुभव है। उन्हें बैंक की सभी प्रक्रियाओं और व्यवसाय नीतियों की विशद जानकारी है। उन्हें ट्रेजरी और विदेशी मुद्रा संसाधनों से लेकर जोखिम प्रबंधन, ग्राहक सेवा, देयता प्रबंधन जैसे बैंक के समस्त क्रियाकलापों का अनुभव है। अंतरराष्ट्रीय डेट कैपिटल मार्केट तथा अंतरराष्ट्रीय परियोजना वित्त उनकी रुचि के क्षेत्रों में शामिल हैं।

सुश्री बंगारी कॉमर्स ग्रेजुएट एवं चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं।

पूर्णकालिक निदेशक

श्री तरुण शर्मा

उप प्रबंध निदेशक

श्री तरुण शर्मा इंडिया एक्ज़िम बैंक के उप प्रबंध निदेशक हैं। इससे पहले आप बैंक के मुख्य वित्तीय अधिकारी के रूप में कार्यरत थे और बैंक की प्रौद्योगिकी पहलों का नेतृत्व कर रहे थे। आपको व्यापार, प्रतिस्पर्धात्मकता,उद्योग और इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास तथा नीति में दो दशक से अधिक का अनुभव है।

सीएफओ के रूप में अपने कार्यकाल से पहले तरुण बैंक के नई दिल्ली कार्यालय के प्रमुख के रूप में कार्यरत थे। आपने भारतीय कंपनियों की क्षमताएं बढ़ाने के लिए वित्त की स्ट्रक्चरिंग करने; मित्र देशों में सामाजिक-आर्थिक विकास परियोजनाओं को सहयोग प्रदान करने; सरकारी कार्य संभालने और नीति निर्माण में योगदान देने जैसे उत्तरदायित्व निभाए हैं। इस दौरान, तरुण ने ‘उभरते सितारे कार्यक्रम’ नाम की नई पहल शुरू करने का उत्तरदायित्व भी संभाला। यह कार्यक्रम ऐसे उद्यमों को चिह्नित करने और ऋण,इक्‍विटी तथा तकनीकी सहायता के जरिए सहयोग प्रदान करने के लिए है,जिनमें प्रौद्योगिकी, उत्पाद और प्रोसेस की दृष्‍टि से संभावनाएं हैं।

पिछले दो दशकों के दौरान, तरुण ने बैंक के पॉलिसी बिजनेस से लेकर रणनीति बनाने तक बैंक के विभिन्‍न परिचालन समूहों में काम किया है। आप अध्यक्ष के एक्ज़िक्यूटिव असिस्टैंट भी रहे हैं। आप बैंक के वाशिंगटन डीसी कार्यालय के निवासी प्रतिनिधि (अमेरिकाज़) भी रहे हैं। आपको विश्‍व बैंक की कैपेसिटी डेवलपमेंट एंड पार्टनरशिप यूनिट में परामर्शदाता के रूप में कार्य करने का अनुभव भी है।

आपने परियोजना निर्यातों पर एक पुस्तक- ‘कनेक्टिंग कॉन्टिनेंट्स विद इंडियन एक्सपर्टीज़’ भी लिखी है, जिसमें संपोषी तीव्र आर्थिक विकास के लिए भारत के प्रयासों में निर्यातों की भूमिका की पड़ताल की गई है।

आप पुणे से इंजीनियरिंग में ग्रैजुएट हैं। इसके बाद आपने मुंबई से प्रबंधन में पोस्ट ग्रैजुएशन की डिग्री हासिल की और अमेरिका की कॉर्नेल यूनिवर्सिटी से एडवांस्ड एक्ज़िक्यूटिव मैनेजमेंट प्रोग्राम भी किया है।

आपको अपने खाली समय में पढ़ने, संगीत सुनने और प्रौद्योगिकी रूपी सागर में गोते लगाना पसंद है।

पूर्णकालिक निदेशक

सुश्री दीपाली अग्रवाल

उप प्रबंध निदेशक

सुश्री दीपाली अग्रवाल ने मुंबई स्थित ‘जमनालाल बजाज इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज़’ से फायनैंस में एमबीए करने के बाद 1995 में बैंक जॉइन किया। आप वाणिज्य में स्‍नातक हैं और आपको पिछले 28 वर्षों से बैंक के भारत तथा विदेश स्थित कार्यालयों में अलग-अलग भूमिकाओं में कार्य करने का अनुभव है। आप बैंक के पश्‍चिमी क्षेत्रीय प्रतिनिधि कार्यालय के साथ-साथ बैंक के सिंगापुर प्रतिनिधि कार्यालय की भी प्रमुख रह चुकी हैं। आपने कॉर्पोरेट बैंकिंग, परियोजना निर्यात, कॉर्पोरेट संचार और ब्रांड प्रबंधन जैसे क्षेत्रों के साथ-साथ ग्रासरूट स्तर के दस्तकारों के उत्थान, महिला सशक्तीकरण, कौशल विकास और मानव संसाधन प्रबंधन, विशेष परिस्थिति समूह जैसे विभिन्‍न क्षेत्रों में काम करते हुए घरेलू और अंतरराष्‍ट्रीय बाजारों में निर्धारित सांस्थानिक लक्ष्यों को सफलतापूर्वक प्राप्त किया है। वर्तमान में आप बैंक की मुख्य वित्तीय अधिकारी हैं।

सुश्री अग्रवाल, भारतीय कंपनियों की स्पर्धात्मक क्षमताएं बढ़ाने के उद्देश्य से स्थापित किए गए ‘सीआईआई-एक्ज़िम बैंक अवॉर्ड फॉर बिजनेस एक्सीलेंस’ की क्‍वालिफाइड मूल्यांकनकर्ता हैं। आप विभिन्‍न उद्योगों में कुछ कंपनियों के बोर्ड में नामित निदेशक भी रही हैं। आप नीति निर्माण और रोड मैप विकास संबंधी सरकारी स्तर की समितियों में एक कार्यकारी समूह के सदस्य के रूप में भी भागीदार रही हैं और अपना योगदान देती रही हैं। नूतन पहलों की संकल्पना कर उन्हें क्रियान्वित करते हुए बैंक की ब्रांड छवि और विज़िबिलिटी बढ़ाने के अलावा ग्रासरूट स्तर के दस्तकारों के उत्थान और महिला सशक्तीकरण में भी आपकी बड़ी भूमिका रही है। महामारी के दौरान, आपने निरंतर नवीन उपायों और नई पहलें करते हुए पूरे स्टाफ की सुरक्षा सुनिश्‍चित की और श्रमशक्ति संसाधनों का असाधारण रूप से प्रबंधन कर कार्य को सुगम बनाया। बैंक के आस्ति आधार बनाने, आय में वृद्धि करने और वसूली में भी आपका अहम योगदान रहा है।