पर्यावरण संरक्षण पहलें

ग्रीन बॉन्ड

Green Bond Projects - Auditor's Certificate

भारत की शीर्ष निर्यात वित्त संस्था भारतीय निर्यात-आयात बैंक ने 24 मार्च, 2015 को सफलतापूर्क 5 वर्षीय रेग एस ग्रीन बॉन्ड जारी कर 500 मिलियन यूएस डॉलर जुटाए| ये बॉन्ड बैंक के 10 बिलियन डॉलर के यूरो मीडियम-टर्म नोट कार्यक्रम के तहत जारी किए गए| 140 ग्रीन निवेशकों द्वारा जबरदस्त मांग के जलते बॉन्ड निर्गम को 3.2 गुना अभिदान मिला|

यह लेन-देन इस मायने में भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह यूएस डॉलर मूल्यवर्ग में भारत के बाहर जारी किया गया पहला ग्रीन बॉन्ड है| साथ ही 2015 में एशिया के बाहर जारी किया गया पहला बेंचमार्क साइज ग्रीन बॉन्ड और एशिया के बाहर जारी अब तक का तीसरा ग्रीन बॉन्ड है| इसके जरिए बैंक के निवेशक आधार का विस्तार हुआ और बैंक को एक ऐसे बाजार तक पहुंचने में मदद मिली, जहां निवेशक पर्यावरण अनुकूल योजनाओं में निवेश के विकल्प तलाशते हैं| बैंक ने अबने इस बॉन्ड की बिक्री के जरिए जुटाई गई राशि का इस्तेमाल बांग्लादेश और श्रीलंका में परिवहन संबंधी हरित परियोजनाओं के वित्तपोषण के लिए किया|

ग्रीन बॉन्ड पर्यावरण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को और अधिक सुदृढ़ बनाते हैं| ग्रीन बॉन्ड्स ने हमें सामाजिक मुद्दों के प्रति जागरूक निवेशकों से जुड़ने में मदद की, जो उन ग्रीन निवेशों का ध्यान रखते हैं, जिन्हें हम सुगम बनाते हैं| एक्ज़िम बैंक अन्य भारतीय निर्गमों के लिए नए बाजार तलाशने में भी अगुआ रहा है| इससे पहले उरीदाशी, ऑस्ट्रेलियाई डॉलर, सिंगापुर डॉलर और समुराई बॉन्ड बाजारों में भी भारत से एक्ज़िम बैंक ने ही सबसे पहले बॉन्ड जारी किए थे| अन्य भारतीय निर्गम इसके बाद आए| यह एक महत्वपूर्ण बाजार में अन्य भारतीय निर्गमों का मार्ग प्रशस्त करने वाला एक और कदम है और इससे भारत से अन्य संस्थाएं भी ग्रीन बॉन्ड बाजार में अपनी मौजूदगी बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित होंगी|

बैंक के सांविधिक लेखापरीक्षकों (वित्तीय वर्ष 2015-16 के लिए भारत सरकार द्वारा नियुक्त) ने 15 मार्च, 2016 के अपने पत्र के जरिए मौजूदा हरित परियोजनाओं के संवितरण को प्रमाणित कर दिया है|